💍 रत्न क्यों पहनें?
ग्रहों की अशुभ स्थिति को शांत करने और शुभ फल को मजबूत करने के लिए रत्न पहनना परंपरागत उपाय है। लेकिन रत्न चुनते समय सही कुंडली विश्लेषण अनिवार्य है।
📊 राशि अनुसार सामान्य रत्न (सावधानी सहित):
राशि | रत्न | संबंधित ग्रह |
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मेष | मूंगा | मंगल |
वृषभ | हीरा/ओपल | शुक्र |
मिथुन | पन्ना | बुध |
कर्क | मोती | चंद्र |
सिंह | माणिक | सूर्य |
कन्या | पन्ना | बुध |
तुला | हीरा | शुक्र |
वृश्चिक | मूंगा | मंगल |
धनु | पीला पुखराज | गुरु (बृहस्पति) |
मकर | नीलम | शनि |
कुंभ | नीलम | शनि |
मीन | पुखराज | बृहस्पति |
❗ सावधानी:
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बिना कुंडली जांच रत्न न पहनें
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गलत रत्न विपरीत प्रभाव दे सकते हैं (जैसे नीलम बिना जाँच के)
✅ निष्कर्ष:
रत्न केवल गहना नहीं, ग्रहों की ऊर्जा को नियंत्रित करने का साधन है। इसे पहनते समय पूर्ण सावधानी और विद्वान की सलाह आवश्यक है।